प्रीत नहीं जिस हिय मे छलके
वह मनुष्य हृदय कैसे बन पाए
अंतिम सांस तक कुत्ता भी
ऋण चुकता कर जाता मर के
प्रीत नहीं जिस हिय में छलके
वह मनुज हृदय कैसे बन पाए(१)
तूफानों में डटे रहो
पर गति का जोखिम मत डालो
दुष्टों से सानिध्य भले ही
पर व्यथा उन्हें मत कह डालो
प्रीत नहीं जिस हिय में छलके
वह मनुज हृदय कैसे बन पाए(२)
निष्काम पड़ा फौलादी खंजर
दे जाता मन को केवल आस
चोट करो तो खुद रह जाता
कहता तुमको ज्ञान नहीं
प्रीत नहीं जिस हिय में छलके
वह मनुज हृदय कैसे बन पाए (३)
पंडित रामदयाल निर्विकार
ग्राम पीठापुर
पोस्ट सिरौली गौसपुर
जिला बाराबंकी (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल नंबर 9454 2180 63
पिन कोड 225207
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